सेवा भोज योजना: अगर आप जानना चाहते हो कि सेवा भोज योजना क्या है? और यह किसके लिए शुरू की गई है तो यह पोस्ट आपके लिए है इसे पूरा पढ़कर आप Seva Bhoj Yojana से संबंधित सभी जानकारी आपको इस लेख में जानने को मिल जाएगी I हम आपको बता दें कि अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने सेवा भोज स्कीम के नाम से एक योजना का शुभारंभ किया है I
इस योजना के अंतर्गत ऐसे चैरिटेबल रिलीजियस इंस्टिट्यूशन जो धार्मिक रूप से भोजन प्रसाद लंगर सामुदायिक रसोई भंडारे आदि करवाते है I उनके ऊपर कच्ची सामग्री की खरीदी पर सीजीएसटी और आईजीएसटी का केंद्र सरकार का हिस्सा लौटा दिया जाने का मुख्य उद्देश्य इस योजना का है I
इस योजना के माध्यम से कच्ची सामग्री जैसे घी, तेल, आटा, आदि समस्त सामग्री पर लगने वाले GST राशि को पुनः इन परोपकारी धार्मिक संस्थाओं को पुनः लौटा दिया जाएगा ।

- सेवा भोज योजना क्या है ? (Seva Bhoj Yojana Kya hai?)
- सेवा भोज योजना के फायदे (Benifits)
- सेवा भोज योजना के उद्देश्य (Objective)
- सेवा भोज योजना की मुख्य विशेषताये (Main key Features)
- सेवा भोज योजना की पात्रता एवं मानदंड (Criteria & Eligibility)
- सेवा भोज योजना में पैसे रिफंड करने की प्रक्रिया
- सेवा भोज योजना में आवेदन की प्रक्रिया (Registration Process)
- सेवा भोज योजना से जुड़े सवाल-जवाब
सेवा भोज योजना क्या है ? (Seva Bhoj Yojana Kya hai?)
जैसे कि आप जानते हैं कि हमारे देश में ऐसे कई परोपकार एक धार्मिक संस्थाएं हैं जो रोजाना गरीब और भूखे लोगों को मुफ्त में भोजन मुहैया करवाते रहते हैं मुफ्त में भोजन करवाने वाली यह चैरिटेबल रिलिजियस इंस्टीट्यूशन जब किसी भी भोजन सामग्री को खरीदते हैं तो उन्हें जीएसटी के माध्यम से इन कच्चे खाद्य सामग्री जैसे घी तेल आटा मैदा रवा चावल दाल चीनी गुड़ जैसी सामग्री पर सेंट्रल जीएसटी और आईजीएसटी चुकाना होता है I
जिससे कि वित्तीय बोझ को कम करवाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने परोपकारी धार्मिक संस्थाओं के लिए सेवा भोज योजना को शुरू किया है जिसका शुभारंभ 6 जून 2018 को किया गया है ।
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सेवा भोज योजना का शुभारंभ
केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की इस पहल सेवा भोज योजना का शुभारंभ वर्ष 2018 में 6 जून को पूरे भारत में लागू किया गया जिसका लाभ सीधे परोपकार एक धार्मिक संस्थाओं को वित्तीय बोझ कम करने के उद्देश्य से इस योजना का शुभारंभ किया गया था I
अभी हाल ही में पेश हुए बजट में इस योजना के लिए एक विशेष बजट निर्धारित किया गया है जिससे कि इस योजना के माध्यम से परोपकारी धार्मिक संस्थाओं को व्यक्ति भोज कम करने में लगातार सहायता प्रदान करवाती जाती रही सके ।
सेवा भोज योजना की जानकारी (Yojana Highlights)
योजना का नाम | सेवा भोज योजना |
योजना की घोषणा | 6 जून, 2018 |
किसके द्वारा शुरू की | सेंट्रल गवर्नमेंट |
लाभार्थी | परोपकारी धार्मिक संस्थानों |
योजना का बजट | 325 करोड़ (2022 में) |
किन चीजों पर किए जाएंगे जीएससी में छूट | कच्ची सामग्री जैसे- घी, तेल, आटा, मैदा, रवा, चावल, दाल, चीनी, गुड़ आदि I |
सेवा भोज योजना से होगा परोपकारी धार्मिक संस्थानों का वित्तीय बोझ कम| इस योजना के तहत भोजन/प्रसाद/लंगर(सामुदायिक रसोई)/भंडारे के लिए घी, तेल, आटा, मैदा, रवा, चावल, दाल, चीनी, गुड़ जैसी कच्ची सामग्री की खरीदारी पर CGST और IGST का केन्द्र सरकार का हिस्सा लौटा दिया जाएगा| I
Seva Bhoj Yojana का बजट (Budget)
केंद्र सरकार की इस सेवा भोज योजना के लिए केंद्र सरकार ने परोपकारी धार्मिक संस्थाओं के लिए वित्त मंत्री श्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा हाल ही में पेश किए गए फाइनेंशियर बजट में इस योजना के लिए कुल 325 करोड रुपए आवंटित किए गए हैं I जिससे कि ऐसे धार्मिक संस्थाओं को संस्थानों को जीएसटी के माध्यम से खाद्य सामग्री पर छूट दी जा सकेगी जिससे कि उनके ऊपर भी बहुत कम किया जा सकेगा ।
सेवा भोज योजना के फायदे (Benifits)
भारत सरकार की इस सेवा भोज योजना के कई प्रकार के फायदे सीधे परोपकारी धार्मिक संस्थाओं को मिलेंगे जिन की जानकारी नीचे इस प्रकार से बताई गई है।
- ऐसे समस्त परोपकारी धार्मिक संस्थाओं जो सेवा रूप में लोगों को मुफ्त में भोजन प्रदान करवाते हैं उनके ऊपर वित्तीय बोझ कम किया जा सकेगा ।
- भोजन बनवाने हेतु खरीदी गई कच्ची सामग्री जैसे घी तेल आटा मैदा रवा चावल दाल चीनी गुड़ जैसी कच्ची सामग्री ऊपर इन्हें सीजीएसटी और आईजीएसटी में छूट दी जा सकेगी ।
- इस योजना में ऐसे समस्त संस्थानों को सम्मिलित किया जाएगा जो 5 वर्षों से यह कार्य कर रहे हैं ।
- सेवा भोज योजना के माध्यम से रिलीजियस चैरिटेबल इंस्टिट्यूट जो सामुदायिक रसोई भंडारे लंगर आदि करवाते हैं उन्हें सीधे रूप से केंद्र सरकार के द्वारा लगने वाली जीएसटी कर को सीधे इनके संस्थाओं को लौटा दिया जाएगा। जिससे कि परोपकारी धार्मिक संस्थाओं को इस तरह की कार्य करने की प्रेरणा मिलती रहेगी ।
सेवा भोज योजना के उद्देश्य (Objective)
हमारे देश में ऐसे कई परोपकारी धार्मिक संस्थाएं जैसे मंदिर ट्रस्ट गुरुद्वारा टेस्ट अनाथ आश्रम मस्जिद आदि कई प्रकार के धार्मिक संस्थाएं उपलब्ध है जो समाज जनों के लिए मुफ्त में भोजन उपलब्ध करवाती रहती है प्रतिदिन भोजन प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या कई हजारों में होती है जिसके लिए उन्हें अधिक मात्रा में खाद्य सामग्री खरीदना पड़ती है जब से देश में जीएसटी लागू आए जब से समस्त प्रकार की खाद्य सामग्री पर भी जीएसटी लगाया जा चुका है I
जिससे कि जीएसटी के माध्यम से उन्हें अधिक पैसे चुकाने पड़ते हैं इस समस्या का निवारण हेतु केंद्र सरकार ने ऐसी संस्थाओं को लगने वाले GST कर में पूर्ण रूप से छूट प्रदान करवाई जा सकेगी जिससे कि उन्हें वित्तीय भोज का सामना कम से कम करना पड़ सकें इसी उद्देश्य को पूर्ति के लिए केंद्र सरकार ने सेवा भोज योजना को शुरू किया है ।
सेवा भोज योजना की मुख्य विशेषताये (Main key Features)
सेवा भोज योजना की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार से ही इसे नीचे पॉइंट के माध्यम से बताया गया है।
- इस योजना को परोपकार एक धार्मिक संस्थाओं के लिए वित्तीय बोझ को कम करने के उद्देश्य से शुरू किया है।
- इस योजना को संस्कृति मंत्रालय के द्वारा सेवा भोज योजना के नाम से आरंभ किया गया है।
- इस स्कीम के अंतर्गत समस्त परोपकारी संस्थानों जैसे भोजन प्रसाद लंगर भंडारे करवाने वाली चैरिटेबल ट्रस्ट को सीधे रूप से इसमें फायदा मिलेगा।
- खाद्य सामग्री हेतु कच्ची वस्तुओं जैसे गीतेल लाटा मैदा रवा चावल दाल चीनी गुड़ आदि जैसी वस्तुओं को खरीदने पर केंद्र सरकार द्वारा सेवा कर में छूट प्रदान की जाएगी।
- सेवा भोज योजना का लाभ लेने के लिए धार्मिक संस्थाओं को योजना में रजिस्ट्रेशन करवा कर और अपने समस्त जानकारी को सत्यापित करवाने के बाद सीधे इस योजना का लाभ ले पाने में समर्थ हो सकेंगे।
सेवा भोज योजना की पात्रता एवं मानदंड (Criteria & Eligibility)
- इस योजना का लाभ ऐसे समस्त धार्मिक संस्थाओं को दिया जाएगा जो भोजन सेवा प्रदान करवाती है।
- इसमें ऐसी संस्थाओं को लाभ देने की योग्यता होगी जो इंस्टिट्यूशन 5 वर्षों से रजिस्टर करवा कर रखा है।
- इसमें केवल वही इंस्टिट्यूशन अप्लाई कर सकती है जो महीने में कम से कम 5000 लोगों का लंगर लंगर प्रसाद भोजन भंडारा आदि करवाती है ।
- इस योजना में अप्लाई करने के बाद केंद्र सरकार के द्वारा गठित की गई समिति के सत्यापन हेतु सत्यापन होने के बाद ही सीधे ही इस योजना का लाभ प्रदान करने की योग्यता प्रदान की जाएगी ।
आवश्यक दस्तावेज (Require Document)
- संस्था का रजिस्टर्ड प्रमाण पत्र।
- संस्था के अध्यक्ष की प्रमाण पत्र
- संस्थानों का स्थानीय पता और संस्था के कुछ आवश्यक जानकारी ।
सेवा भोज योजना में पैसे रिफंड करने की प्रक्रिया
केंद्र सरकार की सेवा भोज योजना की मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर के अनुसार जब भी कोई परोपकारी धार्मिक संस्थाएं भंडारा लंगर के प्रसादी वितरण हेतु खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री को खरीदते हैं तो उन पर उन्हें जीएसटी देना होता है। जिससे कि उनके पास एक खरीदारी की बिल और रसीद प्रदान की जाती है अभी सर रसीद को केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए पोर्टल पर अपलोड करना होता है जिससे कि उक्त सरकार के द्वारा जांच एवं सत्यापन के बाद खरीदी पर लगा गया जितना भी जीएसटी है करें उसे इन संस्थाओं को पेशे के रूप में रिफंड कर दिया जाएगा ।
सेवा भोज योजना में आवेदन की प्रक्रिया (Registration Process)
- सेवा भोज योजना में पंजीयन कराने से पहले सबसे पहले समस्त चैरिटेबल रिलिजियस इंस्टीट्यूशन को उनके द्वारा दिए गए जीएसटी टैक्स ओं का पैसा वापस लेने के लिए उन्हें दर्पण पोर्टल पर आकर रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी ।
- वापिस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा लोगे तो योजना से संबंधित मंत्रालय द्वारा गठित की गई कमेटियों के द्वारा इंसान समस्त परोपकारी धार्मिक संस्थाओं की समिति की ओर से आवेदन कि जांच 4 हफ्ते के भीतर की जाएगी और जांच पूर्ण होने के बाद सत्यापन की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करवा दी जाएगी ।
- जैसे ही इस योजना में उस संसार का अप्रूवल हो जाएगा वैसे ही इस योजना से जुड़े लाभ इन संस्थाओं को पैसे ग्रुप में रिफंड के तौर पर किया जाता रहेगा ।
सेवा भोज योजना से जुड़े सवाल-जवाब
Q.1 सेवा भोज योजना किस राज्य की योजना है?
Ans: सेवा भोज योजना केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है।
Q.2 सेवा भोज योजना का फायदा किसे मिलेगा?
Ans: सेवा भोज योजना का फायदा ऐसे समय पर कार्य धार्मिक संस्थाओं को मिलेगा जो लोगों को मुफ्त में भोजन प्रदान करने हेतु लंगर भंडारा प्रसाद प्रसाद वितरण आदि जैसे कार्य करती है ।
Q.3 सेवा भोज योजना में क्या GST में छूट दी जाएगी?
Ans: हां इस योजना के माध्यम से खादी हेतु कच्ची सामग्री खरीदी जाने पर जितना भी जीएसटी टैक्स उन्होंने दिया है वह पूरा सरकार के द्वारा है फंड कर दिया जाएगा ।
Q.4 इस सेवा भोज योजना का कुल बजट कितना रखा गया है?
Ans: सरकार के द्वारा इस योजना का कुल 325 करोड रुपए का बजट रखा गया है ।
Q.5 योजना में किन चीजों पर किए जाएंगे जीएससी के पैसे रिफंड?
Ans: भोजन / प्रसाद / लंगर / भंडारा आदि I
निष्कर्ष (Conclusion)
अब इस लेख को पूरा पढ़ कर रहा अब केंद्र सरकार की इस परोपकारी कल्याणकारी सेवा भोज योजना से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी आप तक पहुंच गई होगी I अगर यह जानकारी आपको ज्ञानवर्धक लगी है तो अपने मित्रों को अवश्य शेयर करें और इस योजना से संबंधित आपको किसी भी प्रकार के सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें ।
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